नरेन्द्रनगर: योग और जीवन कौशल युवाओं को समग्र रूप से बेहतर बनाने मे सहायक सिद्ध हो रहे है। यह वक्तव्य यहाँ स्थित धर्मानंद उनियाल, राजकीय महाविद्यालय की कैरियर काउंसलिंग एवं कौशल विकास सेल के अंतर्गत आयोजित एकदिवसीय कार्यशाला मे उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं समस्त स्टाफ को योग और जीवन कौशल के विषय मे प्रशिक्षण के दौरान पुणे महाराष्ट्र से आयी योग प्रशिक्षक पूनम गुंसाई द्वारा दिया गया।
कार्यशाला का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य डॉ॰ उमेश चंद्र मैठानी,योग प्रशिक्षक पूनम गुंसाई, पुलिस ट्रानिंग कॉलेज के श्री मनीष कुमार एवं कैरियर काउंसलिंग एवं कौशल विकास सेल के नोडल अधिकारी डॉ॰ संजय कुमार ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन के साथ किया।
अपने सम्बोधन मे प्रभारी प्राचार्य द्वारा छात्रों को योग के महत्त्व के बारे में बताया I योग प्रशिक्षक पूनम गुंसाई ने छात्र-छात्राओं को योग और जीवन कौशल के विषय मे बताते हुये कहा कि छात्र जीवन में यम, नियम, आसन और प्राणायाम मे निरंतरता होना अतिआवश्यक है तभी इसका भरपूर लाभ मिलता है ।
जीवन कौशल और योग दोनों ही व्यक्ति को समग्र रूप से बेहतर बनाने में मदद करते हैं। योग शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है और ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। इस अवसर पर योग प्रशिक्षक पूनम गुंसाई और पुलिस ट्रानिंग कॉलेज नरेन्द्रनगर के पी॰टी॰आई श्री मनीष कुमार द्वारा कार्यशाला मे उपस्थित छात्रों एवं समस्त स्टाफ को योग और जीवन कौशल प्रशिक्षण दिया।
कैरियर काउंसलिंग एवं कौशल विकास सेल के नोडल अधिकारी डॉ॰ संजय कुमार ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये कहा कि वर्तमान में युवा मोबाइल या अन्य तकनीकी उपकरणो के अत्यधिक उपयोग के कारण अन्य पीढ़ी की तुलना में अधिक तनावग्रस्त रहता हैं।
इसलिए दैनिक जीवन में योग और जीवन कौशल गतिविधियाँ विद्यार्थियों मे एकाग्रता बढ़ाने, तनाव कम करने तथा शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के साथ अपने निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति मे सहायक सिद्ध होते है।
इस मौके पर वाणिज्य विभाग प्रभारी डॉ॰ राजपाल रावत, डॉ॰ सुधा रानी, डॉ॰ सुशील कागड़ियाल, डॉ॰ मनोज फोंदनी और डॉ॰ विजय प्रकाश भट्ट, द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेट कर स्वागत किया गया।
कार्यशाला मे डॉ॰ देवेंद्र कुमार, डॉ॰ भगवती प्रसाद पोखरियाल, डॉ॰ जितेंद्र नौटियाल, डॉ॰ आराधना सक्सेना, डॉ॰ सोनी तिलरा, डॉ॰ रंजीता जौहरी, अजय पुंडीर, सुरवीर दास, लक्ष्मी, रंजना, रचना छात्र-छात्राओं में मानसी, राजन, मयंक, अंबिका सेमवाल, अंशिका, दीपक, हिमानी, विशाल, ऋषिका एवं कुणाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहें।