शिवसेना प्रदेश प्रमुख उत्तराखंड देवेंद्र प्रजापति ने एक प्रेस रिलीज के माध्यम से जानकारी देते हुए प्रेस को बताया कि आज उत्तराखंड के अंदर शिवसेना प्रकल्प रूप से कार्य कर रही है लेकिन कुछ लोग संगठन के अंदर पहाड़ और प्लेन का विवाद डालकर संगठन की बुनियाद को कमजोर करने का कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग संगठन में ऐसे भी हैं जो पुराने शिव सैनिक हैं लेकिन बिगर किसी नियुक्ति पत्र के बिगर किसी घोषणा के वह अपने आप को शिवसेना का प्रदेश पदाधिकारी एवं जिले पदाधिकारी बताकर उत्तराखंड की भोली भाली जनता वह शिव सैनिक एवं पदाधिकारी को गुमराह करने का कार्य कर रहे हैं।
प्रजापति ने इन सब चीजों पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए देहरादून निवासी राकेश सकलानी जो कि अपने आप को प्रदेश उपाध्यक्ष बताते हैं एवं उमेश बिष्ट जो कि अपने आप को प्रदेश सचिव घोषित करें बैठे हैं एवं पूर्व में जिसको मेरे द्वारा पद मुक्त किया गया था।
ऐसे भानु प्रताप जो के अपने आप को जिला प्रमुख देहरादून के पद पर बता रहे थे अभी वर्तमान में गैर संवैधानिक पद यानी की प्रभारी जी ने उनको प्रदेश प्रमुख एवं बिगर किसी मीटिंग करें बिगर सलाह के बहाल किया जब के प्रभारी गैर संवैधानिक पद होता है और वह उनको इन सब चीजों का कोई अधिकार प्राप्त नहीं होता और यदि प्रभारी अपने कार्यक्षेत्र में कोई आदेश पारित या कोई नियम कानून बनना चाहे तो वह प्रदेश प्रमुख के जरिए ही उन चीजों का समाधान किया जा सकता है जैसे कि सभी राजनीतिक संगठनों में होता है।
देवेंद्र प्रजापति ने प्रेस को प्रमुखता से बताते हुए कहा कि यह निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व माननीय राष्ट्रीय सचिव श्री अभिजीत अडसुल जी के आदेश प्राप्त होने के बाद लिया जा रहा है ।
माननीय राष्ट्रीय सचिव ने मुझे कहा कि आप अपने तरीके से संपूर्ण अपने पद के अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कार्य करें उनके इसी आदेश को मानते हुए राकेश सकलानी उमेश बिष्ट एवं भानु प्रताप इनके माध्यम से संगठन के अंदर संगठन विरोधी कार्य करने पर संगठन के लोगों एवं उत्तराखंड की भोली भाली जनता को गुमराह करने पर एवं उनकी विभिन्न गतिविधियों को देखते हुए आज तत्काल प्रभाव से इनको पद मुक्त किया जाता है।