शराब घोटाले की जांच मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां पहले भी दो बार प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जारी समन पर पेश नहीं हुए थे वहीं तीसरी बार जारी समन पर भी वह बुधवार (आज) को पेश नहीं हुए और उन्होंने एक लिखित जवाब भेजकर नोटिस को अवैध बताया।
आम आदमी पार्टी से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि, केजरीवाल एजेंसी के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनका दावा है कि यह समन उन्हें गिरफ्तार करने के इरादे से भेजा गया है।
पार्टी ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले नोटिस क्यों भेजा गया है? नोटिस केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने से रोकने का एक प्रयास है।