हरिद्वार: शिवालिक नगर पालिका में करोड़ों रुपये के घोटाले का मामला सामने आया है।
सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी से पता चला है कि वर्ष 2021 के कुंभ मेले के दौरान हाउसकीपिंग सफाई के टेंडर में बड़े पैमाने पर धांधली हुई। अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपये का भुगतान हासिल किया गया।
आरोप है कि टेंडर प्रकाशित करने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। यानी टेंडर को बिना किसी विज्ञापन के ही जारी किया गया और फिर फर्जी बिल बनाकर शासन को गुमराह किया गया। इस पूरे मामले में कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या शासन और प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई करेगा या फिर इस घोटाले को दबाने की कोशिश की जाएगी?
उच्च अधिकारी मौन
इस मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों से भी की गई है। उन्होंने जांच का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। करोड़ों रुपये के घोटाले के सबूत मिलने के बावजूद अधिकारियों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।
लगातार सुर्खियों में रहती है पालिका
सूत्रों के मुताबिक, शिवालिक नगर पालिका लगातार किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहती है। लेकिन प्रशासन और शासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
सवाल:
- क्या इस मामले में दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी?
- क्या शासन इस मामले की गंभीरता से जांच करेगा?
- क्या इस तरह के घोटाले को रोकने के लिए कोई कदम उठाए जाएंगे?