राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का द्वितीय दिवस जागरूकता एवं सेवाभाव से रहा ओत-प्रोत

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महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय, नानकमत्ता में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सात दिवसीय विशेष शिविर के द्वितीय दिवस पर विभिन्न रचनात्मक एवं जनजागरूकता से भरपूर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

दिवस की शुरुआत महाविद्यालय परिसर में प्रार्थना, योग एवं व्यायाम सत्र के साथ हुई, जिसमें सभी स्वयंसेवियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रातःकालीन सत्र में आशीर्वाद योग स्टूडियो नानकमत्ता की कुशल प्रशिक्षकों महक राठौर एवं कुनिका राठौर द्वारा योग का गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस सत्र का उद्देश्य विद्यार्थियों में अनुशासन, आत्मबल एवं स्वास्थ्य के प्रति सजगता विकसित करना रहा।
इसके उपरांत स्वयंसेवियों ने बंगाली कॉलोनी क्षेत्र में एक सघन स्वच्छता अभियान चलाया। इस अभियान में उन्होंने न केवल क्षेत्र की सफाई की, बल्कि स्थानीय निवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया। साथ ही “नशा उन्मूलन एवं साइबर अपराधों से सुरक्षा” विषय पर घर-घर जाकर जनसंपर्क किया और सर्वेक्षण कार्य को भी सफलतापूर्वक संपन्न किया।

इस अभियान के दौरान स्वयंसेवियों ने स्थानीय नागरिकों को नशे के घातक प्रभावों से अवगत कराया और बताया कि किस प्रकार नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है। साथ ही, स्वयंसेवियों ने साइबर अपराधों से बचाव के उपाय भी समझाए, जिससे लोग इंटरनेट के माध्यम से होने वाले खतरों से सुरक्षित रह सकें।

द्वितीय दिवस के बौद्धिक सत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नानकमत्ता की चिकित्सा अधिकारी डॉ. पलक अरोड़ा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए नशा एवं धूम्रपान से उत्पन्न होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, अस्थमा आदि के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से नशे से दूरी बनाने और समाज में इसके प्रति जागरूकता फैलाने की अपील की।
महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. विद्या शंकर शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का युवा वर्ग नशे के जाल में फंसता जा रहा है, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने स्वयंसेवियों से नशे से दूर रहकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का आह्वान किया।
तृतीय सत्र में घनिष्ठ मिश्रा अकादमी, खटीमा के प्रशिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न आत्मरक्षा तकनीकों एवं मार्शल आर्ट्स की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रशिक्षण का उद्देश्य छात्र-छात्राओं में आत्मविश्वास एवं विपरीत परिस्थितियों में आत्मसुरक्षा की भावना का विकास करना रहा।
दिवस के अंत में स्वयंसेवियों द्वारा सामूहिक रूप से “हम होंगे कामयाब”गीत गाया गया तथा शिविर स्थल एवं उसके आसपास के क्षेत्र में सफाई कर स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० अंजला दुर्गापाल, कार्यक्रम अधिकारी डॉ रवि जोशी, वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. विद्या शंकर शर्मा, प्रो. मृत्युंजय शर्मा, डॉ. निवेदिता अवस्थी, डॉ. ललित सिंह बिष्ट, डॉ. स्वाति लोहनी, डॉ. मंजुलता जोशी, डॉ. निशा परवीन, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. दर्शन सिंह मेहता, डॉ. चंपा टम्टा, डॉ. उमेश जोशी, डॉ. शशि प्रकाश सिंह, श्री महेश कन्याल, श्री राम जगदीश सिंह, श्री विपिन थापा, श्री सुनील कुमार, श्री उमेद कुमार, सरोज कौर, प्रकाश कौर, अनीता भट्ट, किरण भट्ट, सुनीता जोशी सहित अनेक प्राध्यापक एवं गणमान्य अतिथि एवं शिविरार्थी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के इस सात दिवसीय शिविर के आगामी दिनों में भी विविध जनहितकारी गतिविधियों जैसे पुस्तक परिचर्चा, पुस्तक संस्कृति के प्रसार की आवश्यकता, स्वास्थ्य जागरूकता, बालिका शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं अन्य विषयों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

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