शहीद श्री खेमचन्द्र डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट में लोक पर्व हरेला के पूर्व संध्या 15-7-24 पर एक वृक्ष माँं के नाम की थीम पर पौधारोपण का कार्यक्रम का अयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोक पर्व हरेला प्राणी और प्रकृति के मध्य के संबंधों को दर्शाता है l जो यह सुनिश्चित करता है कि प्रकृति और उसमें बसी हुई हरियाली मनुष्य और प्राणी मात्र के जीवन के लिए कितनी महत्त्वपूर्ण है।
हमारे ऋषियों ने जल को देवता, पृथ्वी को देवता, अग्नि को देवता, वायु को देवता कहकर प्रकृति और जीवन के परस्पर आधार को परिभाषित किया था।
यही हमारी सार्वभौमिक संस्कृति है l जिसके मूल में प्रकृति की उपासना है और यह उपासना वृक्षों की सुरक्षा का संकल्प लेकर हम सबने मिलकर करनी है।
हरेला पर्व के संयोजक डॉ. भुवन मठपाल ने बताया की वन विभाग और उद्यान विभाग के सहयोग से महाविद्यालय परिसर में आम, अमरूद, आंवला, अनार, तेज़ पत्ता, नींबू, बांझ आदि फलदार और छायादार वृक्षों का पौंधारोपण किया गया।
जिसमें एक पेड़ मां के नाम ध्येय वाक्य के साथ प्रत्येक पौंधे की समुचित सुरक्षा की शपथ भी ली गई l साथ ही इस मौके पर लोक पर्व हरेले की शुभकामनाएं भी प्रेषित की गई।
पौधारोपण कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार, डॉ.दीपक, डॉ. तरूण कुमार आर्य, श्रीमती ममता पांडे, डॉ. भुवन मठपाल, सुश्री गरीमा पांडेय, श्री दिनेश जोशी, श्री भास्कर पंत, डॉ. फरजाना अज़ीम, श्रीमती सपना, अनिल नाथ, मुकेश रावत, प्रेमा देवी, ललित मोहन, किरन, कविता, प्रतिभा, प्रेमा समेत कई छात्र-छात्राओं ने पौंधे लगाए।