राजकीय महाविद्यालय नानकमत्ता में आयोजित एनएसएस के सात दिवसीय शिविर के चतुर्थ दिवस

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महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय, नानकमत्ता में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का चतुर्थ दिवस उत्साह एवं सामाजिक चेतना से परिपूर्ण रहा।

इस दिवस पर स्वयंसेवकों ने सामाजिक सरोकारों, पर्यावरण संरक्षण एवं आत्मनिर्भरता जैसे विविध विषयों पर सक्रिय भागीदारी करते हुए सेवा भावना का उत्कृष्ट परिचय दिया।

दिवस की शुरुआत महाविद्यालय परिसर में सामूहिक प्रार्थना, योग एवं व्यायाम सत्र के साथ हुई। आशीर्वाद योग स्टूडियो की कुशल प्रशिक्षक सुश्री महक राठौर एवं सुश्री कुनिका राठौर ने स्वयंसेवकों को योगाभ्यास का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया।

इस सत्र में विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य, अनुशासन और आत्मबल के महत्व को आत्मसात किया तथा समग्र जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव हेतु योग को आवश्यक बताया।

दोपहर के सत्र में पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक उन्मूलन विषय पर जन-जागरूकता रैली निकाली गई। रैली के उपरांत स्वयंसेवकों ने बंगाली कॉलोनी क्षेत्र में सघन स्वच्छता अभियान चलाया। अभियान के दौरान उन्होंने स्थान-स्थान पर फैले कूड़े-कचरे का निपटान कर स्वच्छता के प्रति स्थानीय नागरिकों को जागरूक किया। स्वयंसेवकों ने “प्लास्टिक हटाओ – पर्यावरण बचाओ” जैसे नारों के माध्यम से जनमानस में पर्यावरणीय चेतना का संचार किया।

इसके उपरांत आयोजित बौद्धिक सत्र में महाविद्यालय की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. निवेदिता अवस्थी ने “पर्यावरण संरक्षण एवं प्लास्टिक उन्मूलन” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण को मानव जीवन एवं पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अत्यंत घातक बताया। डॉ. अवस्थी ने कहा, “प्लास्टिक हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए गंभीर चुनौती बन चुका है। हमें इसके विकल्पों को अपनाते हुए स्थायी समाधान खोजने होंगे।

कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रवि जोशी ने भी स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज वैश्विक चिंता का विषय है और हमें प्लास्टिक के अत्यधिक उपयोग पर नियंत्रण रखते हुए, हरित एवं टिकाऊ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

बौद्धिक सत्र के उपरांत स्वयंसेवकों हेतु पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक उन्मूलन से संबंधित डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। इन फिल्मों ने पर्यावरणीय संकटों, मानव स्वास्थ्य पर इसके दुष्प्रभावों और समाधान के उपायों को सरल एवं प्रभावी रूप में प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर फिल्म प्रदर्शन का संचालन कर रही महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. मीनाक्षी ने कहा, “दृश्य माध्यमों के जरिए समाज में जागरूकता का प्रभाव अधिक गहरा और स्थायी होता है। ये डॉक्यूमेंट्री फिल्में न केवल पर्यावरणीय समस्याओं की गंभीरता को उजागर करती हैं, बल्कि समाधान की दिशा में ठोस सुझाव भी प्रदान करती हैं।

उन्होंने आगे कहा, “आज का युवा वर्ग यदि पर्यावरण संरक्षण का दायित्व अपने कंधों पर लेता है तो निश्चित ही आने वाली पीढ़ियों के लिए हम एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं। हमें न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि सामूहिक प्रयासों द्वारा भी प्लास्टिक उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण के लिए सतत कार्य करना होगा।

डॉ. मीनाक्षी ने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि वे इन फिल्मों से प्राप्त संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं ताकि पर्यावरणीय संरक्षण के लिए सामूहिक चेतना विकसित हो सके।

सायंकालीन सत्र में घनिष्ठ मिश्रा अकादमी, खटीमा के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा एवं मार्शल आर्ट्स का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण में स्वयंसेवकों ने विपरीत परिस्थितियों में आत्मरक्षा की विभिन्न तकनीकों का अभ्यास किया। इस पहल ने विशेष रूप से छात्राओं में आत्मबल एवं आत्मविश्वास का संचार किया।

दिवस के समापन पर स्वयंसेवकों ने सामूहिक रूप से “हम होंगे कामयाब” गीत का गायन कर एकता, सहयोग एवं दृढ़ संकल्प का भाव प्रकट किया। तत्पश्चात शिविर परिसर एवं आस-पास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाकर स्वयंसेवकों ने स्वच्छ भारत मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया।

कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रवि जोशी ने बताया कि आगामी दिनों में शिविर के अंतर्गत पुस्तक संस्कृति के प्रचार-प्रसार, बालिका शिक्षा, महिला सशक्तिकरण एवं स्वास्थ्य जागरूकता जैसे विविध विषयों पर कार्यशालाएँ एवं जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही रविवार को पुस्तक मेला एवं पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें “पढ़ने की संस्कृति क्यों जरूरी है” विषय पर संगोष्ठी का भी आयोजन होगा।

इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अंजला दुर्गापाल, कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रवि जोशी, वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. विद्या शंकर शर्मा, प्रो. मृत्युंजय शर्मा, डॉ. निवेदिता अवस्थी, डॉ. ललित सिंह बिष्ट, डॉ. स्वाति लोहनी, डॉ. मंजुलता जोशी, डॉ. निशा परवीन, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. दर्शन सिंह मेहता, डॉ. चंपा टम्टा, डॉ. उमेश जोशी, डॉ. शशि प्रकाश सिंह, महेश कन्याल, राम जगदीश सिंह, विपिन थापा, सुनील कुमार तथा श्संतोष चन्द, उमेद कुमार, रजविंदर कौर, किरन भट्ट, परमजीत कौर, अनीता भट्ट, कपिल सिंह, योगेश उपाध्याय, प्रकाश कौर सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण, गणमान्य अतिथि एवं समस्त स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

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