राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में चल रही “देवभूमि उद्यमिता योजना” के अंतर्गत आज छठे दिन छात्रों को मंडवे के आटे से केक बनाने की विधि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
यह उपयोगी प्रशिक्षण वंदना पेटवाल, वैज्ञानिक अधिकारी, प्लांटिका – इंडियन एकेडमी फॉर रूरल डेवलपमेंट, प्रशिक्षण केंद्र देहरादून द्वारा दिया गया।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान छात्रों ने पारंपरिक मोटे अनाज मंडवा (रागी) को एक नवाचार के रूप में अपनाते हुए उससे केक बनाने की कला सीखी। यह विधि न केवल पोषण से भरपूर है, बल्कि स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान करती है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की नोडल अधिकारी डॉ0 मधु बाला जुवाँठा विशेष रूप से उपस्थित रहीं। उन्होंने छात्रों को इस प्रकार के प्रशिक्षणों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने और स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर स्वरोजगार आरंभ करने के लिए प्रेरित किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्थानीय संसाधनों पर आधारित रोजगारपरक कौशल विकास करना तथा युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देना है।