उत्तराखंड: जनपद उत्तरकाशी में बीते कुछ दिनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। आज सुबह 9:28 पर आए भूकंप की तीव्रता 2.07 रेक्टर मापी गई। भूकंप का केंद्र 30.79 अक्षांश और 78.51 देशांतर पर था।
उत्तरकाशी में आज शुक्रवार सुबह करीब 9 बजकर 29 मिनट पर फिर भूकंप का झटका महसूस किया गया। छह दिन में आठ बार भूकंप के झटकों से लोग डरे सहमे हैं। उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय में गुरुवार शाम को भी भूकंप के झटके महसूस हुए थे।
झटका आते ही लोग अपने घरों, दफ्तरों और दुकानों से बाहर निकल आए। छह दिन के भीतर लगातार आ रहे भूकंप के झटकों से लोग दहशत में हैं।
आज सुबह 9:28 पर आए भूकंप की तीव्रता 2.07 रेक्टर और भूकंप का केंद्र बिंदु जमीन के 5 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है।
भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील जोन 4 व 5 में शामिल उत्तरकाशी जनपद में रिक्टर स्केल पर 7 अधिक तीव्रता का भूकंप आ सकता है। यह कहना है कि वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान के भूकंप विज्ञान के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ.नरेश कुमार का। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र केंद्रीय भूकंपीय अंतराल (सेंट्रल सिस्मिक गैप) में शामिल है।
भूकंप के छोटे झटके आते रहे तो बड़ा नहीं आएगा। इस अवधारणा को वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान के भूकंप विज्ञान के प्रमुख वैज्ञानिक वैज्ञानिक डॉ.नरेश कुमार ने गलत बताया है।
उनका कहना है कि लगातार आ रहे छोटे भूकंप इस बात का संकेत हैं कि कोई भूकंपीय क्षेत्र कितना ज्यादा सक्रिय है और इस कारण बड़ा भूकंप आने की संभावना हमेशा बनी रहती है।
उन्होंने बताया कि पूरा हिमालयी क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। इसी कारण इस क्षेत्र में स्थित उत्तरकाशी समेत चमोली व पिथौरागढ़ आदि में लगातार भूकंप के हल्के झटके आ रहे हैं। हिमालयी क्षेत्र में इंडियन प्लेट लगातार यूरेशियन प्लेट की ओर खिसक रही है।
इस कारण दोनों प्लेटों के टकराव से इस क्षेत्र में पिछले कुछ समय से भू-गर्भीय हलचल बढ़ी हुई है। इसी वजह से यहां भूकंप के हल्के झटके भी लगातार आ रहे हैं। हल्के झटके इस बात का संकेत हैं कि यह जोन बहुत सक्रिय है। इससे यह भी पता चलता है संबंधित क्षेत्र कि भू-गर्भीय प्लेट पर लगातार दबाव पड़ रहा है। इस दबाव के कारण बड़ा भूकंप आने की संभावना बनी रहती है।