श्रीमहंत धर्मेद्र दास ने किया कोठारी महंत मोहन दास के लापता होने की सीबीआई जांच का स्वागत, जांच शीघ्र पूरी करने की मांग की

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हरिद्वार, 21 नवम्बर। अखिल भारतीय उदासीन सम्प्रदाय संगत के अध्यक्ष श्रीमहंत धर्मेंद्र दास महाराज ने कहा कि हाईकोर्ट के श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के लापता कोठारी महंत मोहनदास महाराज के लापता होने की जांच सीबीआई को सौंपे जाने का स्वागत करते हुए जांच शीघ्र पूरी करने की मांग की है।

प्रैसक्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्रीमहंत धर्मे्रद दास महाराज ने कहा कि अखाड़ें की जमीनों पर कब्जा करने के लिए कुचक्र रचे जा रहे हैं। असमाजिक तत्वों के प्रवेश के कारण अखाड़े में विघटन हो रहा है। अखाड़े की जमीन बेचने का अधिकार किसी को नहीं है। बावजूद इसके जमीनें बेची जा रही हैं। संत का चोला पहनकर माफिया अखाड़े में प्रवेश कर चुके हैं। जमीन बचाने की कोशिश करने पर माफिया परेशान करते हैं। इसी कारण से अब तब अखाड़े के लगभग 15 संतों की या तो हत्या की जा चुकी है या फिर वह लापता हैं। इन सब मामलों की सीबीआई जांच होनी चाहिए। जिससे दोषियों को बेनकाब कर अखाड़े की परम्परा और मर्यादा को बचाया जा सके।
श्रीमहंत धर्मेन्द्र दास महाराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि उदासीन सम्प्रदाय के 15 के लगभग संत अभी तक लापता हुए हैं, जिनमें से कुछ की हत्या की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोठारी महंत मोहनदास महाराज वर्ष 2017 में लापता हुए थे। जिनकी गुमशुदगी कनखल थाने में दर्ज हुई थी। जिसकी जांच में पुलिस ने माफियाओं के दबाव में आकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। जिसके बाद श्रीमहंत सुखदेव मुनि महाराज ने रिट दायर की और कोर्ट ने 2023 में मामले की सीबीसीआईडी जांच के आदेश दिए। सीबीसीआईडी के नाकाम रहने पर हाई कोर्ट ने मामले में 29 अक्टूबर 25 को सीबीआई जांच के आदेश दिए है।

उन्होंने कहा कि पूर्व में जब मोहन दास महाराज के लापता होने के बाद सरकार द्वारा सीबीआई जांच की बात कही गयी थी, किन्तु उस समय अखाड़े के संतों ने जांच से मना कर दिया था। ऐसे में उनकी भी जांच होनी चाहिए। संतों के लापता होने की जांच की मांग और अखाड़े की संपत्ति बचाने का प्रयास करने वालों पर भी दबाव बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस सबके पीछे भूमाफियाओं की बड़ी भूमिका है। यदि इन सबकी सीबीआई जांच करायी जाए तो बड़े माफिया बेनकाब हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी भी हत्या की जा सकती है। लेकिन वह अखाड़े की परम्परा, मर्यादा और संतों की रक्षा के लिए आखिरी दम तक अपनी आवाज बुंलंद करते रहेंगे और माफियाओं को बेनकाब करके रहेंगें। प्रैसवार्ता में महंत सुखदेव मुनि व महंत अभिषेक मुनि भी मौजूद रहे।

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