राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष सात दिवसीय शिविर का समापन समारोह रंगारंग कार्यक्रम के साथ किया गया।
समापन समारोह में सर्वप्रथम प्रभारी प्राचार्य डॉ खुशपाल जी ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन किया। इसके बाद एन0एस0एस0 स्वयंसेवियों द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गयी और मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं प्रभारी प्राचार्य का बैज अलंकरण एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया।
प्रभारी प्राचार्य डॉ खुशपाल ने अपने स्वागत संबोधन में सभी अतिथियों के आगमन पर आभार एवं एन0एस0एस0 स्वयंसेवियों को सात दिवसीय शिविर को सफलतापूर्वक संपन्न करने पर शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि सात दिनों के बाद आज ये स्वयंसेवी नए अनुभव लेकर जा रहे हैं जो भविष्य में इनके जीवन को सार्थकता प्रदान करेंगे।
इसके पश्चात एन0एस0एस0 कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा डबराल द्वारा उपरोक्त शिविर की आख्या प्रस्तुत की गयी। शिविर में लगातार योगदान देने वाले डॉ० अशोक कुमार अग्रवाल ने भी शिविर को लेकर अपने अनुभव साझा किए।
प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी के द्वारा भी शिविर के सफल आयोजन हेतु कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा डबराल और एन0एस0एस0 स्वयंसेवियों को शुभकामना संदेश द्वारा आशीर्वाद दिया।
फिर लोक संस्कृति पर आधारित नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें एन0एस0एस0 स्वयंसेवियों ने एकल, युगल एवं सामूहिक नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। निर्णायक मंडल में डॉ० मनोज सिंह बिष्ट, डॉ आराधना राठौर एवं डॉ नेहा बिष्ट रहे। नृत्य प्रतियोगिता के एकल नृत्य में प्रथम स्थान पर साक्षी, द्वितीय स्थान पर अंकिता, तृतीय स्थान पर साक्षी चमोली, युगल नृत्य में प्रथम स्थान पर संध्या बडोनी, मीनाक्षी, द्वितीय स्थान पर साक्षी, सिमरन, तृतीय स्थान पर साक्षी, रितिका, समूह नृत्य में प्रथम स्थान पर सर्वेश, जगत ग्रुप, द्वितीय स्थान पर रितिका, अंजलि ग्रुप एवं तृतीय स्थान पर संध्या, शिवानी ग्रुप रहे।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉ० किशोर सिंह चौहान ने स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति प्राचीन काल से ही बहुत समृद्ध रही है और भारत ने हमेशा शांति का संदेश दुनिया को दिया है। हम बहुत ही सौभाग्यशाली हैं कि हम हिमालय में निवास करते हैं किंतु यह हमारा परम कर्तव्य बनता है कि हम हिमालय, गंगा, और पर्यावरण की रक्षा करें।
विशिष्ट अतिथि डॉ० वंदना चौहान ने एन0एस0एस0 स्वयंसेवियों को जीवन में अनुशासन एवं अध्ययन के महत्त्व को लेकर प्रेरित किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री नत्थी लाल बंगवाल, प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी स्वयंसेवी इस शिविर से नेतृत्व क्षमता, समाजसेवा का प्रण, टीमवर्क की भावना, आत्मसंतुष्टि और आदर्श नागरिक बनने की जिम्मेदारी लेकर जा रहे हैं। हमें अपनी परम्परागत संस्कृति, लोक संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनना होगा।
तत्पश्चात, पुरस्कार वितरण समारोह में सर्वश्रेष्ठ ग्रुप के लिए भाभा ग्रुप, सर्वश्रेष्ठ बालिका स्वयंसेवी के लिए स्वाति एवं पूजा मटवान को, सर्वश्रेष्ठ बालक स्वयंसेवी के लिए सर्वेश को, सर्वश्रेष्ठ ग्रुप कप्तान के लिए अंजलि पंवार को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ कृष्णा डबराल द्वारा शिविर में विशिष्ट सहयोग प्रदान करने के लिए डॉ० अशोक कुमार अग्रवाल एवं डॉ० सुगंधा वर्मा को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। साथ ही श्री अमीर सिंह की समर्पित सेवाओं के लिए उन्हें भी धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डॉ० वंदना चौहान, विशिष्ट अतिथि श्री अनिल चमोली, डॉ रजनी लस्याल, डॉ किशोर सिंह चौहान, डॉ यशवंत सिंह, डॉ सुगंधा वर्मा, डॉ भूपेश चन्द्र पंत, डॉ निशी दुबे, डॉ राम चन्द्र नौटियाल, श्री स्वर्ण सिंह, श्री कौशल सिंह बिष्ट, श्री होशियार सिंह, श्री जीतेन्द्र पंवार, श्री रोशन जुयाल, श्री अमीर सिंह, श्री सुनील गैरोला, श्री सुनील रमोला, श्री नरेश चंद रमोला, श्री सुरेश रमोला, श्रीमती हिमानी रमोला, श्रीमती विजय लक्ष्मी, एवं एन0एस0एस0 स्वयंसेवी उपस्थित रहे।