विप्र फाउंडेशन जयपुर की तर्ज पर दिल्ली में भी सेंटर फॉर एक्सीलेंस भवन का निर्माण करवाएं ताकि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे समाज के युवाओं को कठिनाई न आएं।
समाजजनों ने गोल्यावास में समाजसेवी छोटीलाल शर्मा निवास पर आयोजित बैठक में ये मांग विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा के समक्ष उठाई।
विप्र फाउंडेशन समाज की इस मांग पर ही विचार मंथन कर रूपरेखा तैयार करने में जुटा हैं। इस दौरान दिल्ली में भवन के लिए दो दानदाताओं ने आगे आ 51 लाख और 11 लाख रुपए की घोषणा तक कर डाली। ओझा के साथ चर्चा में मौजूद अन्य समाजजनों ने भी अपना यथायोग्य योगदान का भरोसा दिलाया।
विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा के दो दिवसीय जयपुर प्रवास के दौरान समाजहित के अन्य विषयों पर भी अलग बैठकों में विचार विमर्श हुआ।
ओझा ने बताया कि विफा ने सुषुप्त विप्र चेतना को पुनर्जागृत किया है। ब्राह्मणों का गौरव बढ़ाया है। समाज में विश्वास पैदा किया है, इसीलिए समाज की संस्था से दिल्ली भवन की अपेक्षा जगी हैं।
उन्होंने बताया कि संस्था ने अल्प समय में कोलकाता, सूरत, उदयपुर, अरुणाचल प्रदेश, जयपुर, भरतपुर, बीकानेर में संस्थानों का निर्माण व भूमि क्रय कर अभूतपूर्व कार्य किया है। वर्तमान प्रकल्पों के पूर्ण होने के बाद दिल्ली प्रोजेक्ट की दिशा में भी शीघ्र आगे बढ़ेंगे।
ओझा के साथ विप्र फाउंडेशन के पदाधिकारियों नरेन्द्र हर्ष, सतीश चन्द्र जौंण, प्यारेलाल शर्मा, नवीन शर्मा, महेन्द्र कुमार शर्मा, महेश शर्मा, धर्मेन्द्र शर्मा, अजय पारीक, मनोज पांडेय, सुशील पीरनगर, पुष्पेंद्र शर्मा के साथ बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।