राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तत्वावधान में दो दिवसीय दिनांक 07.02.2024 तथा 08.02.2024 को असम राज्य की संस्कृति को दर्शाते हुए भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी के प्रथम दिवस पर असम राज्य की पारंपरिक पोशाक, बिहू नृत्य, पारंपरिक भोज्य पदार्थ आलू पीटिका और करदोई पारंपरिक हस्त निर्मित रंगोली तथा असम राज्य के पारंपरिक हस्त निर्मित गहनों का प्रदर्शन किया गया। सभी संकाय सदस्यों और विद्यार्थियों ने असमिया भोज्य पदार्थों का आनंद उठाया।
इससे छात्राओं में आत्मनिर्भरता की भावना विकसित हुई। उन्होंने विक्रेता और क्रेता की भूमिका को कुशल तरीके से प्रस्तुत किया तथा व्यापार की बारीकियों को भी सीखा। साथ ही मनमोहक बिहू नृत्य भी प्रस्तुत किया गया।
प्रदर्शनी के दूसरे दिवस पर चित्रों तथा पेंटिंग द्वारा असम राज्य का परिचय छात्रों को दिया गया। छात्राओं ने बहुत उत्साह से असम राज्य की जानकारी को साझा किया।
इस अवसर पर छात्राओं ने असमिया भाषा में अपना-अपना नाम लिखना सीखा। यह मेला प्राचार्य जी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर सीमा चौहान ने छात्राओं की सहभागिता की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी से दो राज्यों के मध्य आपसी सौहार्द को बढ़ावा मिलता है। विविध संस्कृतियों को जानने समझने से छात्राओं के व्यक्तित्व का चहुंमुखी विकास होता है।
एकता और अखंडता की भावना विकसित होती है। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ प्रभारी प्रोफेसर हिमानी सिंह ने कहा कि छात्राओं ने इस प्रदर्शनी में बहुत उत्साह से भाग लिया।
भाषा, संस्कृति, परंपराओं और प्रथाओं के ज्ञान से एक दूसरे से जुड़ाव अनुभव होता है और विविधता में एकता की भावना प्रबल होती है। इस दो दिवसीय मेले का सभी संकाय सदस्यों और नियमित छात्राओं और आगंतुको ने भरपूर आनंद उठाया।