हरिद्वार। मनसा देवी रोपवे संचालन को लेकर संचालित टेंडर प्रक्रिया में एक बार फिर से ऊषा ब्रेको ने अपना वर्चस्व बनाए रखा। रोपवे संचालन को लेकर किए गए टेंडर में जहां मौजूदा समय में संचालन कर रही फर्म ऊषा ब्रेको लिमिटेड ने सर्वाधिक बोली लगाई और साथ ही साथ अपने 42 साल के अनुभव का भी फायदा उठाया। इसके चलते ऊषा ब्रेको को पुनः एक साल के लिए टेंडर दे दिया गया।
नगर निगम द्वारा आमंत्रित निविदा में इस बार ऊषा ब्रेको ने अधिकतम 10 करोड़ 11 लाख रुपये वार्षिक की दर से टेंडर भरा था, जिसके कारण यह टेंडर ऊषा ब्रेको के पक्ष में गया। वहीं छह रुपये प्रति टिकट की दर से निगम को अतिरिक्त भुगतान भी करना होगा।
ऊषा ब्रेको के संचालन को लेकर कई अन्य फर्म व लोगों ने न्यायालय में याचिकाएं दायर करी हुई थी। नगर निगम द्वारा, ऊषा ब्रेको को कई बार एक्सटेंशन दिए जाने को लेकर वादकारियों ने सवाल खड़े किए थे। न्यायालय ने भी एक्स्टेंशन को गलत माना था और रोपवे का संचालन पूरी तरह रुक गया था। जनवरी माह में करीब 15 दिन रोपवे के बंद रहा जिस कारण पर्यटकों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। नगर निगम और रोप-वे का संचालन कर रही ऊषा ब्रेको के अनुरोध पर न्यायालय ने राहत देते हुए संचालन शुरू तो करवाया लेकिन इस शर्त के साथ कि, नगर निगम को अतिशीघ्र टेंडर निकालने होंगे। इसी निर्देश का अनुपालन करते हुए रोप-वे संचालन को लेकर नगर निगम ने टेंडर निकाला।