श्री गीता जयंती के उपलक्ष पर पूरे राष्ट्र में 1 मिनट एक साथ तीन श्लोक का उच्चारण तथा गीता पाठ किया गया इसी क्रम में ठीक 11:00 बजे बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 1,भेल, हरिद्वार में भी गीता के 3 श्लोकों का हिंदी भावार्थ सहित उच्चारण किया गया।
विद्यालय के शिक्षक बृजेश कुमार शर्मा ने गीता के श्लोक के पाठ किया और उसकी व्याख्या करते हुए बताया कि, राजा धृतराष्ट्र ने संजय से पूछा कि हे संजय क्योंकि आपके पास दिव्य दृष्टि है, मुझे यह बताएं कि कुरुक्षेत्र के मैदान में मेरे पुत्रों व पांडव पुत्रों ने क्या किया तथा वह सभी कहां खड़े हैं। दूसरे श्लोक में बताया कि भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को हमारे लिए समझाते हुए कहते हैं कि ही मनुष्य मेरी ही भक्ति में मन को लगा, मेरा ही चिंतन कर तथा निरंतर मेरा अभ्यास करते हुए मुझ में ही रमन कर, यह सभी अभ्यास करते हुए तू केवल मुझे ही प्राप्त होगा। इसमें कोई संशय नहीं है । तीसरे श्लोक का अर्थ समझाते हुए बृजेश शर्मा ने कहा कि जहां भगवान योगेश्वर श्री कृष्ण रहते हैं वहीं पर ही अर्जुन धनुर्धारी रहते हैं। जहां यह दोनों रहते हैं,वहीं पर सुख शांति व नीति रहती है और जहां पर यह सभी रहते हैं वहीं पर विजय होती है ऐसी ही नीति है।
अध्यापक संदीप गोयल ने भी गीता के श्लोकों का संस्कृत में उच्चारण किया, अंत में प्रधानाचार्य श्रीमती संगीता चौहान जी ने गीता के महत्व को बताते हुए सभी को इस शुभ अवसर पर उपस्थित रहने एवं भागीदार बनने के लिए शुभकामनाएं व धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर अध्यापकों में राजेंद्र कुमार, किरण गुप्ता जय ओम गुप्ता, नीना चावला, प्रेरणा शर्मा, एस के सिसोदिया, नीरा वैश्य, शिखा विभा पांडे, अरुण चौहान, रामजी लाल, साधना धीमान, मनोज कुमार, अब्दुल रहमान, पी के वर्मा,अलका शर्मा ,आनंद राजपूत ,सुमन,राजीव कुमार, महेश चंद, कल्पना, सुनील सैनी, संध्या शर्मा, राम अवध, गीता व सभी कक्षाओं के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।