- तमाम पेचीदगी दूर कर हरिद्वार ने दिखाया अपना हुनर, किया दूध का दूध और पानी का पानी
- पुलिस टीम कैमरा फुटेज का पीछा करते हुए चंद घंटों के भीतर बुआ के घर से दोनों बच्चे किए बरामद
- पुलिस पड़ताल में बच्चों के अपहरण में मास्टरमाइंड पिता की भुमिका का नाटकीय घटनाक्रम आया सामने
- बच्चों की फीस मांग रहे स्कूल संचालकों पर दबाव बनाकर फीस माफ कराने का था इरादा
हरिद्वार: दिनांक 14.9.2024 को धनपुरा थाना पथरी निवासी मुनव्वर पुत्र रियासत ने थाना पथरी पर आकर प्रार्थनापत्र के माध्यम से घर से स्कूल गए अपने दो नाबालिक बच्चों (क्रमशः 14 व 11 वर्ष) के अज्ञात शख्स द्वारा अपहरण करने की शिकायती दी।
नाबालिक बच्चों से जुड़े गंभीर प्रकरण पर तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 501/24 धारा – 137(2) BNS दर्ज कर उच्चाधिकारीगण को जानकारी दी गई। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा बच्चों की जल्द से जल्द बरामदगी के संबंध में दिए गए कड़े निर्देश पर टीमें गठित कर बच्चों की तलाश शुरु की गई।
स्कूल के आसपास से सुराग जुटाते हुए पुलिस टीम ग्राम बसेड़ी पहुंची तो दोनों गुमशुदा बच्चे अपनी बुआ के घर पर सुरक्षित मिले।
सादे वस्त्रों में पुलिस टीम ने बच्चों से उनकी कुशलता एवं घर पर बिन बताए बुआ के घर आने की वजह पूछी तो बच्चों ने बताया कि वह अपने पिता के कहने पर ही यहां आए थे। बच्चों की बुआ ने भी बताया कि बच्चे जब अचानक घर पहुंचे तो उन्होंने अपने भाई को मोबाइल कॉल कर इसकी जानकारी दी दी थी।
इस गंभीर प्रकरण में नए तथ्य सामने आने पर बच्चों के पिता मुनव्वर से पूछताछ की गई तो यह बात सामने आयी कि दोनों बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं जहां करीब एक लाख रुपये फीस जमा न होने पर स्कूल प्रबंधन बच्चों से फीस लेकर आने के लिए कह रहा था।
इस बीच मुनव्वर के दिमाग में खुराफाती विचार आया और उसने स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाकर फीस माफ कराने के लिए अपने बच्चों के अपहरण का सारा नाटक रच दिया। मुनव्वर ने ठोस प्लानिंग के तहत पथरी पुलिस पर सहयोग न करने के आरोप लगाते हुए एसएसपी ऑफिस में गुहार लगाने की भी बात कही थी लेकिन हरिद्वार पुलिस की दक्षता के चलते सारा सच सामने आ गया।
सारा घटनाक्रम सामने आने पर मुकदमा वादी के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस टीम
1- उ.नि.नवीन चौहान
2- कां. सन्दीप राणा
3- कां. जयपाल चौहान
4- कां. मुकेश चौहान