31 जनवरी को सलेमपुर महदूद रानीपुर निवासी व्यक्ति ने अपनी नाबालिक बेटी को भगा ले जाने के संबंध में पुलिस को तहरीर देकर सहारनपुर निवासी युवक के खिलाफ मुकदमा कराया था। नाबालिक की तलाश में जुटी पुलिस को 12 फरवरी को आसिफ नगर झाल पर अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ , जिसकी शिनाख्त गुमशुदा नाबालिक के रूप में हुई। पुलिस की जांच-पड़ताल के बाद नामजद युवक की प्रकरण में किसी भी प्रकार की संलिप्तता न मिलने पर एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा अन्य संभावित दशा और दिशा पर काम करते हुए मालूमात की गई तो प्रकरण में एक नया लेकिन संदिग्ध चेहरा सामने आया।
रानीपुर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एस एस पी प्रर्मेन्द्र डोबिल ने बताया कि जब उक्त संदिग्ध आरोपित अजीम से पूछताछ की गई तो शुरु से ही गुमराह करने की कोशिश कर रहा अजीम पुलिस के अकाट्य सबूतों के सामने टूट गया और उसने सारे राज खोल दिए।
पुलिस को पूछताछ में जानकारी मिली की अजीम की नाबालिक मृतका के साथ अक्सर मोबाइल पर बातें होती रहती थी, जो धीरे-धीरे लव अफेयर में तब्दील हो गई। इस रिश्ते को एक वाजिब नाम देने के लिए मृतका द्वारा निकाह का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। इस दबाव को दूर करने के लिए अजीम पुत्र जमशेद निवासी ग्राम सलेमपुर थाना रानीपुर हरिद्वार ने 27/28 जनवरी की रात मृतका को घर से कहीं दूर चलने के लिए बुलाया और मौका देखकर मृतका का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कातिल ने लाश को कट्टे में रखा और झौट्टा-बुग्गी में ले जाकर रैग्यूलेटर पुल से आगे गंगा नदी में फेंक दिया।
पुलिस टीम द्वारा हत्यारोपी अजीम को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर मृतका का मोबाइल फोन व अन्य सामान भी बरामद किया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान कर दिया है।