धर्मनगरी हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित राम चौक पर भगवान राम की प्रतिमा के सामने अखिल भारतीय सनातन परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विशाल गर्ग के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शौर्य दिवस मनाया। अयोध्या में तमाम राम भक्तों की ओर से छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचे को विध्वंस कर दिया गया था। तभी से हर साल देश की तमाम हिंदू संस्थाओं द्वारा छह दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस बार भी शौर्य दिवस पर देश की तमाम सनातनी संस्थाओं द्वारा शौर्य दिवस धूमधाम से मनाया गया।
अखिल भारतीय सनातन परिषद द्वारा हरिद्वार में शौर्य दिवस के मौके पर नगर में भ्रमण के साथ साथ राम चौक पर भव्य प्रोग्राम किया गया, सनातन परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ विशाल गर्ग ने इस मौके तमाम कार्यकर्ताओ को जागरूक किया और राम मंदिर के आंदोलन में शहीद हुए तमाम सनातनी भाईयो के बलिदान को भी याद किया । उन्होंने कहा भगवान राम हम सबके प्रेरणाश्रोत और प्राण हैं, भारत देश का अस्तित्व श्री राम के बिना नहीं हैं, और आज के दिन ही बाबरी नाम के कलंक पर प्रहार हुआ था , इसलिए हर हिंदू के लिए यह दिन खास है। उन्होंने कहा बाबरी मस्जिद को तोड़़ कर 6 दिसंबर 1992 को भारत की छाती से कलंक को हटाया गया था। उन्होंने बताया कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है, वहां बाबर ने मंदिर को तोड़़कर मस्जिद बनवाकर हिंदू धर्म की आस्था को तोड़़ने का काम किया था। पूरे हिन्दू धर्म के लोगों ने मस्जिद का जमकर विरोध किया जिस पर 6 दिसंबर 1992 को अपनी विजय प्राप्त की। उन्होंने कहा कि राम राष्ट्र के प्राण हैं, राम राष्ट्र की संस्कृति है। राम मंदिर का महत्व भारत का नव निर्माण है। इसके साथ साथ प्रदेश महामंत्री सुधांशु वत्स ने कहा भगवान श्री राम, मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, जो हर एक हिंदू के आदर्श हैं, उन्होंने कहा प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन कर तैयार है और यह विश्व के सभी सनातनी भाईयो के लिए गर्व का विषय है । इस मौके पर सचिन अरोड़ा, लकी वर्मा, गौरव चक्रपाणि ,पराग चकलान, मोती बाबा ,मनोज ठाकुर ,वासु, परमेंद्र, मानवेंद्र ,और खेमेश सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।