अनूप कुमार, हरिद्वार: हर वर्ष की भांति धर्मनगरी हरिद्वार का सबसे मुख्य क्षेत्र चंद्राचार्य चौक, रानीपुर मोड़ फिर डूबा पानी में , पानी दुकानों में न चाहे लोगो को आना पड़ा दुकानों से बाहर , दुकानदार पानी को रोकने की कोशिश करते है लेकिन नाकाम है प्रकृति के सामने , कई दुकानदारो की दुकानों में घुसा पानी ।
कई सालो से कई दिग्गज नेता नाकाम हो चुके है पानी भरने से रोकने को । मोटर पंप भी लगा हुआ है फिर भी पानी पर नियंत्रण नही किया जा पाता किन्ही कारणों से । कई दशकों से है शहरवासी परेशान । कब मिलेगी इस समस्या से मुक्ति, प्रतीक्षा में है हरिद्वार की जनता ।
शहर की कुछ पुरानी व महत्वपूर्ण समस्याओं को कॉरिडोर योजना के अन्तर्गत ले लेना चाहिये । तभी कुछ सफलता मिल सकती है । पॉड टैक्सी योजना से पहले करना होगा इसका निस्तारण ।
हमेशा पानी भरने से दुकानदारो का होता है काफी नुकसान , सैकड़ो वाहन हो जाते है खराब।
कटहरा बाज़ार , सर्राफा बाज़ार, चौक बाजार , पीठ बाजार, आड़त बाजार आदि ज्वालापुर जहाँ हमेशा नालियां कूड़े से भरी रहती है ,नालियों में पानी की निकासी बन्द रहती है । व्यापार मंडल में गुटों की आपसी सहमति का न होना व नगर निगम प्रशासन की ढिलाई भी मुख्य कारण है मंगलवार की शाम 8 बजे से कूड़ा निकलना चाहिए और बुधवार की रात तक कूड़ा साफ हो जाना चाहिये ।
ब्रह्मपुरी हरिद्वार में रेलवे पुल के नीचे पानी व सिल्ट आने से रुक जाता है आवागमन ।
कई आवासीय कॉलोनियों में बंद करी जा चुकी है नालियां , बारिश के पानी को सीवर में डाला जाता है।
कभी कभी हो जाता है सीवर ओवरफ्लो, भर जाता है कॉलोनियों में पानी ।
पूरे हरिद्वार शहर पंचपुरी में लगभग 25% व्यापारी अतिक्रमण करते है और इतने ही व्यापारी व उनके स्टाफ नालियों में कूड़ा डालते है , इस मामले में सारे व्यापार मंडल अबतक चुप है । उनको पहले अपने व्यापारियों में समन्वय बनाना होगा ।
उत्तराखंड राज्य बनने के बाद बना सिडकुल का क्षेत्र , फिर भी बारिश के पानी की निकासी की ठोस योजना नही बना पाई सरकार । कई बार बन जाती है बाढ़ जैसी स्थिति ।