नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र भले ही खत्म हो गया हो लेकिन इस दौरान निलंबित किए गए सांसदों को लेकर घमासान जारी है, इंडिया गठबंधन के नेताओं ने इस निलंबन के खिलाफ आज देशभर में प्रदर्शन किया और राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर बड़ी संख्या में आज विभिन्न दलों के नेता पहुंचे। इंडिया गठबंधन के सभी दलों ने सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर धरना दिया।
धरने में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी नेता शरद पवार, लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, आरजेडी सांसद मनोज झा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, के०सी० वेणुगोपाल, अधीर रंजन, डी राजा (सीपीआई), त्रिची शिवा (डीएमके), रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, जॉन ब्रिटास, संजीव अरोड़ा, सुशील रिंकू (आप) आदि नेता उपस्थित रहे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि संसद के हालिया शीतकालीन सत्र में विपक्ष के 146 सांसदों को निलंबित करके न सिर्फ उनका अपमान किया गया, बल्कि देश की 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद कर दिया गया। उन्होंने सांसदों के निलंबन के खिलाफ जंतर-मंतर पर आयोजित विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन में यह भी कहा कि लड़ाई नफरत और मोहब्बत के बीच है। उन्होंने कहा कि लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में दो युवकों का कूदना सुरक्षा में चूक जरूर है, लेकिन इसका कारण बेरोजगारी है। राहुल गांधी का कहना था, ‘‘निलंबित सांसद सिर्फ व्यक्ति नहीं, बल्कि वे हिंदुस्तान की जनता की आवाज हैं। आपने (सरकार) सिर्फ (लगभग) 150 सांसदों का अपमान नहीं किया है, बल्कि 60 प्रतिशत जनता का मुंह बंद किया है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “संविधान के उच्च पद पर बैठने वाले लोग कहते हैं कि, “मेरी जाति के कारण मेरा अपमान किया जा रहा है”, अगर आपकी हालत यह है तो मेरे जैसे दलित की हालत क्या होगी? मैं जब सदन में बात करने के लिए उठता था तो, उस समय मुझे बोलने का मौका नहीं दिया जाता था, तो मैं क्या कहूं कि ये भाजपा के लोग, भाजपा की सरकार एक दलित को बोलने नहीं दे रही है? क्या मैं ऐसा कहूं?”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “दुनिया में लोकतंत्र के इतिहास में किसी भी देश में, 146 सांसदों को कभी निलंबित नहीं किया गया है। लोगों को पता होना चाहिए कि हमारा लोकतंत्र खतरे में है। इसलिए हम ये विरोध कर रहे हैं लोगों को यह बताने के लिए कि जो कुछ भी हो रहा है वह देश के भविष्य के लिए गलत है। इसका एक ही समाधान है, लोगों को इस सरकार को बदलना चाहिए और INDIA अलायंस को सत्ता में लाना चाहिए।”