राजकीय महाविद्यालय नैनबाग में आईक्यूएसी द्वारा फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसके रिसोर्स पर्सन महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव थीं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए आईक्यूएसी समन्वयक श्री परमानन्द चौहान ने बताया कि यह फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम करियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस), एपीआई, एसीआर एवं शैक्षणिक एवं प्रशासनिक ऑडिट पर आधारित है।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार के गतिविधि प्रतिवर्ष प्रत्येक शिक्षकों द्वारा पूरित की जाती हैं परंतु पूर्ण जानकारी के अभाव में गलती की संभावना भी रहती है। इसलिए प्रत्येक शिक्षक को इस संबंध में पूरी जानकारी होना आवश्यक है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुमिता श्रीवास्तव ने रिसोर्स पर्सन के रूप में उक्त विषय पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि करियर एडवांसमेंट स्कीम जो शिक्षकों के प्रमोशन हेतु आवश्यक रूप से शिक्षक द्वारा भरना होता है, में अनेक बिंदु होते हैं जिनके अंक निर्धारित होते हैं। रिसोर्स पर्सन ने बताया कि हम किस प्रकार से कैस फार्म के अंतर्गत दिए गए विभिन्न बिंदुओं के संबंध में मानक पूरा करते हुए अधिकतम अंक अर्जित कर सकते हैं तथा प्रमोशन पा सकते हैं। प्रमोशन में एसीआर जो प्रतिवर्ष शिक्षक एवं प्राचार्य के द्वारा भरा जाता है अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
एसीआर भरते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे कि हमें उत्कृष्ट ग्रेड प्राप्त हो सके तथा प्रमोशन में आसानी हो, रिसोर्स पर्सन द्वारा विस्तार से बताया गया। महाविद्यालय में शैक्षणिक एवं प्रशासनिक ऑडिट प्रतिवर्ष कराया जाता है एवं यह नैक प्रत्यायन में भी आवश्यक होता है।
रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर सुमीता श्रीवास्तव ने इसके संबंध में बताया कि प्रत्येक महाविद्यालय को प्रतिवर्ष 31 मई से पहले पूर्ण करना जरूरी होता है। जिसमें महाविद्यालय में होने वाले समस्त शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों का ऑडिट किया जाता है।
रिसोर्स पर्सन ने बताया कि संस्था में अनेक प्रोग्राम कराए जाते हैं किंतु उनका उचित अभिलेख समय पर उपलब्ध नहीं होता है इसके लिए रिपोर्ट तैयार कर उसे भविष्य के लिए सुरक्षित किया जा सकता है जो नैक प्रत्यायन में भी महत्वपूर्ण अभिलेख का कार्य करता है।
कार्यक्रम के अंत में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 मंजू कोगियाल ने रिसोर्स पर्सन एवं उपस्थित सभी शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 ब्रीश कुमार, समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ0 संदीप कुमार, इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 दिनेश चंद्र, राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 मधु बाला जुवाँठा, अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ0 चतर सिंह एवं इसके अतिरिक्त श्री अनिल सिंह उपस्थित रहे।