रक्तदान द्वारा किसी व्यक्ति का जीवन बचाने से बड़ा कोई पुण्य नहीं – प्राचार्य प्रो प्रभात द्विवेदी

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राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ में आयोजित किया गया राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस

आज दिनांक 1 अक्टूबर 2024 को राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती कृष्णा डबराल ने बताया कि भारत में 1 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस मनाया जाता है जिससे लोगों में रक्तदान के प्रति जागृति आए।

इस वर्ष की थीम “सेलिब्रेटिंग 20 इयर्स ऑफ गिविंग: थैंक यू ब्लड डोनर्स” रखी गई है अर्थात रक्तदाताओं के प्रति विशेष आभार व्यक्त किया गया है।

महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी ने स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान एक महान दान है। हमारे द्वारा दिए गए रक्त से जब किसी व्यक्ति का जीवन बचता है तो इससे बड़ा पुण्य कोई और नहीं हो सकता है।

उन्होंने स्वयंसेवियों से आह्वान करते हुए कहा कि वे स्वयं और अपने परिवारजनों व मित्रों आदि को रक्तदान के महत्व के विषय में जागरूक करने का प्रयास करें जिससे कि रक्त के अभाव में किसी व्यक्ति की मृत्यु ना हो।

डॉ. अशोक कुमार अग्रवाल ने बताया कि रक्तदान करने से रक्त में आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है।

इस अवसर पर महाविद्यालय के स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं द्वारा नगर पालिका क्षेत्र तक एक जागरूकता रैली निकाली और जनता को रक्तदान के लिए जागरूक किया। रक्तदान दिवस के अवसर पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

प्रतियोगिता में बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्रा आंचल कुमाई ने प्रथम, अंजली पंवार बीए तृतीय सेमेस्टर तथा ज्योति बीएससी तृतीय सेमेस्टर ने द्वितीय एवं बीएससी तृतीय सेमेस्टर की छात्रा साक्षी नौटियाल, बीए प्रथम सेमेस्टर के छात्र सर्वेश और बीएससी तृतीय सेमेस्टर की छात्रा शालिनी ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया।

कार्यक्रमों के आयोजन में डॉ. सुगंधा वर्मा ने भी योगदान दिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में एन0एस0एस0 स्वयंसेवी उपस्थित रहे।

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