आज दिनांक 28 फरवरी 2024 को इन्दिरा प्रियदर्शनी राजकीय महिला महाविद्यालय हल्द्वानी में द्वितीय 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के द्वितीय दिवस में छात्राओं को हेमा बिष्ट द्वारा नए उद्यमों के लिऐ नवाचार की महत्ता, स्टार्टअप, विभिन्न एजेंसियों की भूमिका एवं उनकी योजनाओं के बारे में बताते हुऐ उद्यमिता के बारे में शुरुआती तोर पर जानकारी दी गई।
जिसमें उन्हें उद्यमी के प्रमुख गुणों के बारे में बताया गया साथ ही उद्यमिता के बारे में बताया गया ।
उन्होंने कहा कि उद्यमिता(entrepreneurship) नये संगठन आरम्भ करने की भावना को कहते हैं। किसी वर्तमान या भावी अवसर का पूर्वदर्शन करके मुख्यतः कोई व्यावसायिक संगठन प्रारम्भ करना उद्यमिता का मुख्य पहलू है।
उद्यमिता में एक तरफ भरपूर लाभ कमाने की सम्भावना होती है तो दूसरी तरफ जोखिम, अनिश्चितता और अन्य खतरे की भी प्रबल संभावना होता है।
इसके साथ नवाचार और उनके प्रकारों के बारे में भी जानकारी दी गई और साथ में स्टार्टअप और व्यवसाय के प्रकारों से भी अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के अगले चरण में डॉ0 फकीर सिंह असि0 प्रो0 वाणिज्य ने छात्राओं को व्यावसायिक अवसर की पहचान तथा बाजार सर्वेक्षण के लिऐ मॉडल प्रश्नावली के बारे में बताते हुऐ एम.एस.एम.ई के बारे में जानकारी दी साथ ही उद्योग शुरू करने के लिए किन महत्वपूर्ण ओपचारिकताओ और प्रक्रियाओं को पूरा करना जरूरी है, इसके बारे मैं भी जानकारी दी गई।
साथ ही उन्होंने इस प्रक्रिया के हर चरण पर संपूर्ण जानकारी भी दी कि व्यवसाय के स्थान का चयन करना, व्यवसाय को ऑनलाइन रजिस्टर करना और किस प्रकार से इसके बारे में हम ऑनलाइन मध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर ईडीआईआई के संजीव भटनागर सहित नोडल अधिकारी डॉ0 रितुराज पंत, डॉ0 रेखा जोशी, डॉ0 ललिता जोशी, डॉ0 गीता पंत, डॉ0 हिमानी, डॉ0 राजेश आदि उपस्थित रहे।