पैठाणी, पौड़ी गढ़वाल, राजकीय व्यावसायिक महाविद्यालय बनास पैठाणी पौड़ी गढ़वाल में उच्च शिक्षा विभाग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद के सहयोग से देवभूमि उद्यमिता योजना के छठे दिवस में छात्र-छात्राओं एवं स्थानीय उद्यमियों को स्वरोजगार के लिए वेस्ट मैनेजमेंट अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में देभभूमि उद्यमिता केंद्र के फैकल्टी मेंटर डॉ. प्रकाश फोंदणी ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम का सफल संचालन किया तथा कहा कि घरों के वेस्ट मटेरियल से बायो-कंपोस्ट एवं वर्मी-कंपोस्ट तैयार करके बाजारीकरण कर सकते है। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. कुमार गौरव जैन ने छात्र- छात्राओं को सरकारी नोकरी का मोह छोड़कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। नोडल अधिकारी डॉ पुनीत चन्द्र वर्मा ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों के साथ छठे दिन की पूर्ण रूप-रेखा रखने के साथ उद्यम, उद्यमी एवं उद्यमिता आदि पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. गणेश चंद, असिस्टेंट प्रोफेसर एवं नोडल अधिकारी देवभूमि उद्यमिता योजना, राजकीय महाविद्यालय पाबौ पौड़ी गढ़वाल ने उद्यमिता स्थापित करने के लिए वित्तीय प्रबंधन एवं शुद्ध लाभ की गणना कैसे करे अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से छात्र-छात्राओं को विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अच्छा उद्यमी बनने के लिए निरंतर प्रयास एवं कठिन परिश्रम बहुत आवश्यक है। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. आलोक कंडारी ने प्रयोगात्मक तरीके से वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि बेकार पड़े प्लास्टिक से हम अपनी जरूरत का सामान जैसे ग्रो बैग, हैंगिंग गमले, कैरी बैग आदि घर में बैठ के तैयार कर सकते है जो कि आजीविका संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. दिनेश रावत, डॉ. कल्पना रावत, डॉ. खिलाप सिंह, डॉ. सतवीर एवं डॉ. उर्वशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सम्मानित प्राध्यापको, कर्मचारियों, स्थानीय उद्यमियों एवं लग-भग 50 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।