देवभूमि उद्यमिता योजना कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों को कैरियर काउंसलिंग में रोज़गार परक विषयों की जानकारी दी
राजकीय मॉडल महाविद्यालय मीठीबेरी में देवभूमि उद्यमिता योजना के आज के कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफ़ेसर अर्चना गौतम, कार्यक्रम समन्वयक एवं नोडल अधिकारी डॉ कुलदीप चौधरी ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।
आज के कार्यक्रम के प्रथम सत्र में शिक्षा शास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ देशराज सिंह ने व्याख्यान दिया।उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत कौशल विकास के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्र छात्राएँ स्नातक करने के उपरांत विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने कहा विज्ञान वर्ग के छात्र छात्राएँ इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंस का अध्ययन करके करके सरकारी क्षेत्रों एवं निजी क्षेत्रों में रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं। कला वर्ग में स्नातक एवं परास्नातक करने के पश्चात बी एड,नेट, जे आर एफ आदि करने के बाद प्रतिभागी माध्यमिक एवं महाविद्यालय में सरकारी क्षेत्रों में एवं निजी महाविद्यालय में रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त प्रतिभागी छात्र छात्राएँ कम्प्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स स्नातक एवं परास्नातक करके रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं। इंटीग्रेटेड स्नातक बी ए एल एल बी आदि इंटिग्रेटेड कोर्स करने के उपरांत रोज़गार प्राप्त कर सकते हैं एवं अपना स्वरोजगार भी कर सकते हैं।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में श्री त्रिलोक नारायण ने छात्र छात्राओं को प्रोडक्ट क्वालिटी के विषय में विस्तार से समझाया कि यदि आपको अपना उद्यम अच्छी प्रकार से स्थापित करना है और अधिक से अधिक लाभ लेना है,तो प्रोडक्ट क्वालिटी को बेहतर रखना होगा।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय के नोडल अधिकारी डॉ कुलदीप चौधरी ने व्याख्यान के लिए डॉ देशराज सिंह का एवं श्री त्रिलोक नारायण का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्राध्यापक प्रोफ़ेसर सतेंद्र कुमार,डॉ सुनीता बिष्ट तथा कर्मचारियों में श्री शशिधर उनियाल, श्रीमती पूनम, कुलदीप, सूरज एवं छात्र छात्राओं में छात्र छात्राओं में आँचल,साक्षी, मनीषा,प्रवीण ,ईशा,डोली,संजना,नवनीत, शुभांगी,अंकिता,ईशा, अंकिता, रेणुका,शीतल,सोनम, मैमुना, सावेज,मंजीता,विधिता,गुलफाम, विनीता आदि उपस्थित रहे। आज के कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ सुमन पाण्डेय ने किया।