राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा की एनसीसी कैडेट्स को आज दिनांक 8 मई, 2025 को आपदा राहत प्रतिसाद बल के द्वारा बाढ़, अग्नि, युद्ध इत्यादि की आपदा के समय प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
महाविद्यालय की एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉक्टर पारुल सिंह ने बताया कि आयुक्तालय उच्च शिक्षा विभाग एवं ग्रुप हेड क्वार्टर एनसीसी कोटा के निर्देशानुसार राजकीय कला कन्या महाविद्यालय एवं जानकी देवी बजाज महाविद्यालय की एनसीसी आर्मी विंग कैडेट्स के लिए एक तीन दिवसीय संयुक्त प्रशिक्षण दिनांक 7-9 मई 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण के प्रथम दिवस पर एनसीसी कैडेट्स को जीसीआई रूबी कुमारी के द्वारा युद्ध एवं आपदा इत्यादि के समय रखी जाने वाली सावधानियों के प्रति जानकारी प्रदान की गई जिसमें बहुमंजिला इमारत में निवास करने वाले लोगों के द्वारा किस प्रकार की सावधानियां आपदा के समय रखी जानी चाहिए, के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
साथ ही सोसाइटी एवं सहकारिता के आधार पर किस प्रकार आपदा के समय एक दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए, के प्रति कैडेट्स को जानकारी प्रदान की गई।
इसी के साथ एनसीसी यूनिट से हवलदार रंजन कुमार ने कैडेट्स को सेटेलाइट फोन के माध्यम से एक दूसरे से संपर्क किस प्रकार साधना चाहिए के विषय में जानकारी प्रदान की तथा आपदा के समय संपर्क एवं संचार के माध्यमों के विषय में जानकारी प्रदान की।
प्रशिक्षण सत्र के दूसरे दिन कोटा जिले की हवलदार रमेश चंद्र के निर्देशन में एसडीआरएफ टीम के द्वारा कैडेट्स को बाढ़, अग्निशमन युद्ध इत्यादि के समय किस प्रकार प्राथमिक उपचार प्रदान किया जाना चाहिए तथा किस प्रकार अपना बचाव करना चाहिए के विषय में जानकारी प्रदान की गई तथा कैडेट्स को डेमो देकर प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया।
इसी के साथ एनसीसी यूनिट से हवलदार विनोद वानखड़े के द्वारा फर्स्ट एड मेडिकल इमरजेंसी इवेक्युएशन इत्यादि के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठतम संकाय सदस्य प्रोफेसर राजेंद्र माहेश्वरी के द्वारा अपनी उपस्थिति दी गई।
प्राचार्य डॉ सीमा चौहान ने बताया की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए एनसीसी कैडेट्स तथा अन्य छात्रों को मॉक ड्रिल तथा बचाव इत्यादि की जानकारी दिया जाना एक सराहनीय कदम है।
एनसीसी कैडेट्स स्वयं जागरूक होकर अपने आसपास के परिवेश में भी इस जानकारी का प्रसार कर सकते हैं। कल प्रशिक्षण के अंतिम दिन कैडेट्स को भीड़ नियंत्रण एवं प्रबंधन इत्यादि के विषय में प्रशिक्षण दिया जाएगा।