पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (एमएलटी) विभाग में आज दिनांक 5 नवंबर 2024 को एकदिवसीय स्वास्थ्य संघोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें एम्स, रायबरेली के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० भोलानाथ ने ‘कांसेप्ट ऑफ़ वन हेल्थ’ पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने बताया कि ‘वन हेल्थ’ के अंतर्गत न सिर्फ हमें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है अपितु हमारे आसपास रहने वाले पशु-पक्षियों की बीमारियां तथा पर्यावरण में होने वाले बदलाव पर भी ध्यान देने तथा उनका हमारे स्वास्थ्य में होने वाले प्रभाव पर भी ध्यान देने की बात पर विस्तार से बताया।
उन्होंने बताया कि लगभग 40 से 50% बीमारियां पशुओं से इंसानों में फैलती है, इसी प्रकार पर्यावरण में होने वाले प्रतिकूल प्रभावों से भी हमारे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है तथा मानव जनित पर्यावरणीय प्रदूषण तथा अन्य क्रियाकलापों के द्वारा पशु पक्षियों तथा पर्यावरण पर भी इसका नकारात्मक असर होता है l उन्होंने वन हेल्थ कॉन्सेप्ट के लाभ : स्वास्थ्य समस्याओं की रोकथाम में मदद, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार, वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार, आर्थिक विकास में सुधार
वन हेल्थ कॉन्सेप्ट के लिए आवश्यक कदम: सहयोग और समन्वय, शोध और विकास, नीति और कानूनी ढांचे का विकास, जन जागरूकता और शिक्षा पर जोर दिया।
इस अवसर पर प्रभारी निदेशक एवं एमएलटी विभाग के समन्वयक प्रो० गुलशन कुमार ढींगरा ने प्रो० भोलानाथ तथा एम्स ऋषिकेश के कम्युनिटी एवं फैमिली मेडिसिन विभाग की प्रो० रंजीता कुमारी का स्वागत किया।
उन्होंने कहा की डॉ भोलानाथ जी का चिकित्सा विज्ञान व रिसर्च में बहुत योगदान रहा है तथा भविष्य में उनके साथ मिलकर नई संभावनाओं पर काम करने पर इच्छा जाहिर की l उन्होंने वन हेल्थ (One Health) कॉन्सेप्ट पर बताया कि यह एक वैश्विक स्वास्थ्य पहल है जो मानव, पशु और पर्यावरण के स्वास्थ्य के बीच अंतर्संबंधों को समझने और सुधारने पर केंद्रित है।
इस मौके पर मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी माइक्रोबायोलॉजी वह विज्ञान संकाय के 80 छात्र छात्राएं मौजूद रहे इस मौके पर शालिनी कोटियाल, सफिया हसन, अर्जुन पालीवाल, डॉ बिंदू, डॉ दिनेश सिंह आदि मौजूद रहे।