पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सेक्टर 2 बैरियर से रेलवे स्टेशन ज्वालापुर की ओर नाले की मरम्मत/निर्माण करवाया जा रहा है, लेकिन इसके लिए न तो पहले तो नाले की सफाई करवाई गई और न ही नाले का पानी रोका गया बल्कि चलते पानी में ही खानापूर्ति के लिए चिनाई कर के काम को जबरदस्ती किया जा रहा है।
नाले की मरम्मत/निर्माण करवाने के लिए पहले तो नाले की सफाई होनी चाहिए थी और साथ ही साथ नाले का पानी भी रोकना चाहिए था उसके बाद ही चिनाई का कार्य होना चाहिए था। बहते हुए पानी में चिनाई कैसे रुके रहेगी, यह सोचने का विषय है। ऐसा लगता है जैसे कोई देखने वाला ही नहीं है, विभागीय अधिकारी चुप्पी साधकर सब कुछ गलत होता देख रहे है, इससे पीडब्ल्यूडी विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठता है।
इस तरह के कार्यों से ही बरसात के समय न केवल नाले की दीवार या उस पर रखा स्लैब गिरने से नाला जाम होने पर आस पास की कॉलोनी और बाजारों में पानी भर जाता है बल्कि लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है।